
शाइनिंग टाइम्स के चीफ एडिटर भंवर सिंह राणावत और कैबिनेट मिनिस्टर राज्यवर्धन सिंह राठोड घुमन्तु जाती के लोगों से बात करते हुए।
जल, हवा और जमीन पर अपना जन्मसिद्ध हक मानने वाले आदिवासी और घुमन्तु लोगों को अभी तक एहसास नहीं है कि बिना कागजात के वह इनसे वंचित हो सकते है। यही वजह है कि इन्हे मौके-बे-मौके विस्थापित होने का दंश कभी भी झेलना पड़ जाता है। जयपुर के झोटवाड़ा इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में कच्चे मकानों में निवास करने वाले घुमंतुओं को भी विस्थापित होने की यही दर्दनाक पीड़ा झेलनी पड़ रही है।


अजय लोहार के साथ घुमन्तु जाति के पीड़ित लोगों ने शाइनिंग टाइम्स न्यूज मीडिया के प्रमुख संपादक भवर सिंह राणावत को अपने बेघर होने की पीड़ा बतायी। मुख्य संपादक ने उन्हें पूछा कि प्रधानमंत्री की फ्लैगशिप योजना के तहत सरकार बेघरों को माकन उपलब्ध करा रही है, उनकी उन्हें जानकारी है क्या। सभी लोगों ने ऐसी किसी भी योजना से ना वाकिफ होना बताया। मुख्य संपादक भंवर सिंह राणावत ने कहा कि आजाद भारत में वे बिना कागज के जमीन पर दावा नहीं रख सकते इसलिए कागज सुदा जमीन को पाने के प्रयास तेज करें।

इनके बाद बेघर घुमंतुओं को केबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिलवाया गया। राज्यवर्धन सिंह ने घुमंतुओं को प्राथमिकता से घर आवंटित करने का आश्वासन दिया। झोटवाड़ा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद गुप्ता ने शाइनिंग टाइम्स को बताया कि इनके कच्चे मकानों को नगर निगम और जयपुर विकास प्राधिकरण कई बार तोड़ने के लिए आये जिन्हें समझा बुझा कर भेजा। आनंद गुप्ता ने बताया कि कई पत्र लिखने के बाद भी इन पीड़ित घुमंतुओं को मदद नहीं मिली।