
मोनी अमावस्या को प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के सैलाब का वर्ल्ड रिकार्ड बना। लेकिन यह वर्ल्ड रिकॉर्ड सेलेब्रेशन की बजाय दुःख, वेदना और तकलीफ का सबब बन गया। कुम्भ प्रशासन की कुव्यवस्था का शिकार बने प्रयागराज महाकुम्भ में न केवल 30 से अधिक जाने चली गई बल्कि लाखों लोग भीड़ में फंस गये।
आलम यह है कि कुंभ क्षेत्र में उपस्थित शाइनिंग टाइम्स न्यूज मीडिया के उपसम्पादक ईश्वर मील ने जनता की बेबसी के बारे जानकारी देते हुए बताया कि 12 घंटे में लोग एक किलोमीटर भी नहीं सरक पा रहे है।

उपसम्पादक ईश्वर मील ने बताया कि वे कुंभ क्षेत्र में कई राजस्थानियों को हेल्पलाइन से संपर्क करने के लिए कोशिश करते देख रहे है लेकिन बड़ी जद्दोजहद के बाद मोबइल लगने के बाद भी हेल्पलाइन वाले मोबाइल उठाते नहीं है या काट देते है।
शाइनिंग टाइम न्यूज़ मीडिया के मुख्य संपादक भॅवर सिंह राणावत ने प्रयागराज महाकुम्भ में राजस्थान मंडल में जिम्मा संभाल रहे देवस्थान विभाग के उपयुक्त के के खंडेलवाल से संपर्क कर वस्तुस्थिति जाना।
उपायुक्त के के खंडेलवाल ने लाचारी जताते हुये कहा कि यह सही है कि बड़ी सख्या में लोग भीड़ में फंसे है लेकिन उनके पास उन लोगों को निकालने की कुम्भ प्रशासन की व्यवस्था के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
के के खंडेलवाल ने शाइनिंग टाइम्स न्यूज़ मीडिया को बताया कि उनकी मुख्य जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की तरह से संचालित राजस्थान मंडल की व्यवस्था सुचारु रखने की है।
सुने देवस्थान विभाग के उपायुक्त के के खंडेलवाल से शाइनिंग टाइम्स न्यूज़ मीडिया की बातचीत।