
जयपुर नगर निगम के एकीकरण के बाद उसकी सीमा का विस्तार करने की तैयारियां जोरों पर है। 30 साल बाद जयपुर नगर निगम का रिंग रोड सीमा तक विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार के निर्देश के बाद जयपुर जिला प्रशासन ने नगर निगम के सीमा विस्तार का प्रस्ताव तैयार किया है। राज्य सरकार को दिए जाने वाले इस प्रस्ताव में 27 ग्राम पंचायतों के अन्तर्गत आने वाले 80 राजस्व गावों को जयपुर नगर निगम में शामिल करने की सिफारिश की गई है।
सिफारिश में जयपुर उपखण्ड के निवारू, सरनाडुंगर, लालचंदपूरा, बावड़ी, हाथोज, बीड सहित 26 गावों के साथ सांगानेर उपखण्ड के 46 और आमेर उपखण्ड के 8 गांव जयपुर नगर निगम क्षेत्र में जोड़े जाएंगे। गौरतलब है कि नगर निगम में शामिल होने वाले इन 80 गावों में शहरीकरण हो गया है। जिससे इन गांवों की कृषि भूमियों पर हजारों घरों में लोग निवास करते है। लेकिन राज्य सरकार के एक निर्देश की वजह से ग्राम पंचायत कृषि भूमि पर बसी कॉलोनियों के विकास के लिए धन मुहैय्या कराने में हाथ खड़ा कर देती है। इस वजह से इन कॉलोनियों में सड़क पानी जैसी मुलभुत सुविधाएं भी विकसित नहीं हो पायी। हालत ये है कि अभी भी यहाँ के लोग कच्चे रास्तों पर चलने और निजी टैंकरों से महंगा पानी खरीदने के लिए मजबूर है।
यही नहीं, बिना प्रशासनिक नियामक की वजह से बेतरतीब कॉलोनियों के बसावट तथा अतिक्रमण की समस्याएं यंहा आम है।
निवारू ग्राम पंचायत के अंतर्गत कृषि भूमि पर बसी कॉलोनी कैलाश नगर से वार्ड पार्षद मालीराम भार्गव ने शाइनिंग टाइम्स न्यूज़ को बताया कि कॉलोनियों की जनता हमे वोट देकर जीता जरूर देती है लेकिन विकास के लिए हम उन्हें जवाब नहीं दे पाते है। मालीराम भार्गव ने बताया कि ग्राम पंचायत कृषि भूमि पर बसी कॉलोनियों के साथ घुसपैठियों जैसा सौतेला व्यवहार करती है। नगर निगम में जाने से इन सैकड़ों कॉलोनियों के निवासियों का भला हो जाएगा।
गौरतलब है कि विकास से वंचित इन कॉलोनियों के लोगों ने संगठित होकर संघर्ष करने का बिगुल बजा दिया था। जयपुर उपखण्ड के लोगों ने इस बाबत स्थानीय विधायक और केबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह से मिलकर नगर निगम में शामिल कराने की गुहार की थी।
अलबत्ता इन 80 गावों के शामिल करके जयपुर नगर निगम का करीब 3 दशक बाद पहली बार सीमा विस्तार होगा।
1994 में जयपुर नगर निगम परिषद् से जयपुर नगर का गठन किया गया था। उसके बाद जयपुर शहर के आसपास तेजी से शहरीकरण हुआ लेकिन नगर निगम का विस्तार अभी तक नहीं किया गया है।