लोकतांत्रिकमूलक नव क्षत्रियत्व की स्थापना के लिए दृढ़ संकल्पित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा राजस्थान की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक जयपुर स्थित मुख्यालय पर हुई। बैठक में संगठन के ऐतिहासिक क्षत्राणि जागृति एवं सशक्तिकरण महाअभियान की प्रगति रिपोर्ट और उसे और लक्ष्यगामी बनाने पर मंथन हुआ।
केंद्रीय महामंत्री भंवर सिंह राणावत ने बताया कि प्रदेश की क्षत्राणि पदाधिकारी उत्साह और विश्वास के साथ क्षत्राणि जागृति एवं सशक्तिकरण महाअभियान से जुड़ रही है। इस महाअभियान को दिशा देने के लिए पदाधिकारियों को प्राणपण से जुटना होगा।
राणावत ने बताया कि इस युगपरिवर्तक महाअभियान को मूर्त करने के लिए आम क्षत्रिय को आजीवन और संरक्षक के रूप में संगठन से जोड़ने का समानान्तर अभियान चलाना होगा।
अध्यक्ष आनंद सिंह खाचरियावास ने निर्देश दिया कि निष्क्रिय और अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों के प्रति गंभीर होने होगा।
केंद्रीय संयुक्त मंत्री राजकुलदीप सिंह जादौन ने कहा कि संगठन की आगामी बैठकों और आयोजनों के लिए संगठन के पंच सिद्धांत, पंच प्रेरणा पुंज और चार सोपान से अलंकृत संगठन बैज के धारक को ही प्रवेश दिया जाए।
संयुक्त मंत्री धर्मेंद्र सिंह ढोढसर ने कहा कि संगठन में एक ऐसी सेल बनाई जानी चाहिए जो क्षत्रिय और क्षत्राणियों की समस्याओं पर त्वरित मदद और कार्यवाही कर सके।
संयुक्त मंत्री उम्मेद सिंह राठौड़ ने बताया कि अब समय आ गया कि संगठन के सभी पदाधिकारी सहित इकाई अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य तन, मन और धन से क्षत्राणि जागृति एवं सशक्तिकरण महाअभियान में जुट जाए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही क्षत्रिय रत्न योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में करीब 2000 क्षत्राणि पदाधिकारियों का शपथ और प्रशिक्षण समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा।
आगामी माह में नव नियुक्त क्षत्रिय और क्षत्राणि पदाधिकारियों और आजीवन सदस्यों तथा संरक्षकों का दीपावली स्नेह मिलन समारोह आयोजित किया जाएगा। समारोह से पूर्व आजीवन सदस्यता और संरक्षक हेतु क्षत्रियों और क्षत्राणियों को आमंत्रण है।
आगामी रविवार को केंद्रीय कार्यकारिणी जयपुर शहर क्षत्राणि अध्यक्ष कमलेश कंवर, उपाध्यक्ष उर्मिला सिंह और महामंत्री इंदिरा कंवर के नेतृत्व में नव नियुक्त क्षत्राणि पदाधिकारियों और वार्ड अध्यक्षों के निवास पर जाकर उनके नियुक्ति पत्रों का स्थापित कराने का अभियान चलाएंगे।
केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में देरी से आने पर महामंत्री भंवर सिंह राणावत पर नियमानुसार 20 रुपए का शुल्क आरोपित किया गया।
संघठन प्रार्थना के साथ बैठक का समापन हुआ।